Saturday, October 28, 2017

ओम शब्द बना है

परम पूज्य सुधांशुजी महाराज


ओम शब्द बना है अ-उ-म से...अ से आचरण,,उ से उच्चारण और म से मनन अर्थात ओम शब्द इस बात को दर्शाता है कि व्यक्ति का आचरण,,उच्चारण और मनन शुद्ध होना चाहिए..सुधांशुजी महाराज

Tuesday, October 10, 2017

जिसके पास

जिसके पास धैर्य है वह जो कुछ इच्छा करता है उसे प्राप्त कर सकता है। धैर्य कडवा होता है पर उसका फ़ल मीठा होता है।



Friday, August 25, 2017

कभी कभी

कभी कभी विपरीत स्थिति में भी मुस्कराने का प्रयास करो, यह सोचो कि उसमें भीकुछ भला ही होगा।



Monday, August 21, 2017

वे माता पिता

वे माता पिता अपनी संतान के शत्रु हैं जो अपनी संतान को धन तो देते हैं लेकिन उत्तम शिक्षा और उत्तम संसकार नहीं देते !

Saturday, August 19, 2017

जिन्दगी के

जिन्दगी के प्रत्येक कर्म को एक खेल समझो और हर खेल में हार जीत जरूर होगी।



Friday, August 4, 2017

सोने से पहले क्या और क्यों पढ़े?


सोने से पहले क्या और क्यों पढ़े?

कहते हैं रात को हम जिस तरह के विचारों के साथ सोते हैं सुबह हमारे दिन की शुरूआत जैसे होती है वैसे ही पूरा हमारा दिन बीतता है। यदि रात को मंत्र जप करते हुए, ध्यान करते हुए या कुछ अच्छे विचार रखकर सोएं तो नींद गहरी आती ही है। साथ ही आने वाला दिन भी सकारात्मक ऊर्जा से भरा हुआ होता है।

अधिकतर नियमबद्ध धार्मिक लोग अपनी दिनचर्या की शुरूआत धर्म ग्रंथों के साथ करते हैं लेकिन आजकल की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग चाहकर भी यह नहीं कर पाते हैं। कहते हैं सुबह के समय इनको पढऩे से कोई विशेष फल मिलता है यह केवल एक रूढ़ी मात्र है।
दरअसल यह हमारी विचारधारा, मानसिकता और स्वास्थ्य के लिए तय किया गया है कि धर्म ग्रंथ सुबह ही पढ़े जाएं। लेकिन यदि रात को अच्छे विचारों वाली या आध्यात्मिक पुस्तक पढ़ते हुए सोएं तो कुछ ही दिनों में आप अपने आप में और अपने जीवन में इसका प्रभाव महसूस करेंगे। इसीलिए रात को सोने से पहले आध्यात्मिक विचारों वाली किताब का ज्यादा नहीं तो सिर्फ एक पेरेग्राफ पढ़कर सोएं। आपका आने वाला कल सकारात्मक ऊर्जा से भरा हुआ होगा।

Thursday, August 3, 2017

चित्त एक सरोवर


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चित्त एक सरोवर हे ,जिसमें हर्ष और शोक की लहरें हमेशा चलती रहती हैं ! इसलिए दुःख आने पर निराश मत होना ! 


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Wednesday, August 2, 2017

जीवन को

जीवन को जीने का ढ़ग है कि उत्साहित रहना, मस्त रहना, प्रसन्न रहना, शान्त व सन्तुष्ट रहना। 



Sunday, July 30, 2017

विचारों में हीनता

विचारों में हीनता हो तो मनोबल टूटता है, अपने मनोबल को टूटने मत दो।


Saturday, July 29, 2017

समय और

समय और परिस्थितियाँ नहीं बदलते, तुम्हें ही बदलना होगा।

परम पूज्य सुधांशुजी महाराज

Thursday, July 27, 2017

क्षमावान हो

क्षमावान हो जाना ही सबसे बड़ी बहादुरी है, वीरता है।